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केतू खाना न0: 12 (ऊंच)

1. िछपकली , मतब ने , क मत को जगाने वाला ।


2. केतू बैठा जब घर आ 12 , सुख ह थी होता है
3. शु - केतू - शिन - बृहसपित , फल चार का उ दाह है
4. खुद बढ , साथी बढ , बढगा कुल प रवार
5. मद माया क कमी न होवे , बढग र तेदार
6. मंगल राहू हसद करग , ल के तरफ चार
7. हर तरह से र ा होगी , फले - फूले गुलज़ार
8. तर क क शत है , तबद ली क शत नह ं
9. औलाद के व से (या जब ल का 24 साला हो
10. जावे) दौलतम द होगा । नर औलाद तायदाद म कम - अज़ - कम 6
होगी ।
11. अंगूठा दध
ू म डाल कर चूसना या अंगठ
ू े का
12. मुंह मे रखना तमाम ह थी ताअ लुक म मुबारक
13. होगा । घर म कु ा दो रं गा ( याह सफेद) मुबारक
14. होगा ।

सफा न0: 207

Contributed by Sh. Sumit Bansal of Chandigarh, An AstroStudent. Free to Astrology Students


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