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घास होने गमी है ऩीय ऩर्वत सी पऩघरनी चाहहए ने भजसी ने ऩयत भातबभीरा इराहाफद भें घय होने क फार्जद बी े ू ृ ू हभ कोनो ऩयीच्छा का सेंटय रखनऊ बय हदमे थे , ... भन खस हुआ, भगय हभ फेचैनी से ऩछे कक क.ऩी. सक्सेना का घय े ु ू कहाॉ है . अऊय खसी का हिकाना नहीॊ जफ ऩता चरा ऩास कम्ऩरें ट ने फतामा कक भापी भाॊगने से कम्ऩरें ट र्ापऩस ु लरए जफ कम्ऩरें ट कयने क लरए पोन कयते है तो घय का ऩता ऩूछने रगते है । एक जगह की राईट सही कयनी े होती है तो सबी की राईट फॊद कय दे इसका कायण आभतौय ऩय शेमय फाजाय का कारे शुक्रर्ाय क हदन धयाशाई होने े को भाना जाता है रेककन मह र्ास्तपर्क कायण नहीॊ था। पर्शेष रूऩ से कनाडा औय अभेरयका की अथवव्मर्स्थाओॊ भें बायी ... रेने का कोई तारुक नहीॊ है कम्ऩरें ट दजव नहीॊ तो कायव र्ाई नहीॊ। सोचा चरो उऩोबोक्ता कन्द्र भें जाकय औय उसक े े

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